Swati Maliwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के समय स्वाति मालीवाल अमेरिका में क्यों थीं, इसे लेकर कई सवाल उठ रहे थे। हाल ही में स्वाति मालीवाल ने इस रहस्य से पर्दा उठाया और विस्तार से बताया कि वह उस समय अमेरिका में क्यों थीं।
Swati Maliwal: हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का सेमिनार
स्वाति मालीवाल, जो आम आदमी पार्टी (आप) की राज्यसभा सदस्य हैं, ने बताया कि वह मार्च में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक सेमिनार में भाग लेने के लिए अमेरिका गई थीं। इसके साथ ही, उन्होंने AAP के स्वयंसेवकों द्वारा आयोजित विभिन्न मिलन-सत्कार कार्यक्रमों में भी भाग लिया।
Swati Maliwal: बहन की बीमारी और क्वारंटीन
मालीवाल ने कहा कि उनकी बहन, जो अमेरिका में रहती हैं, को कोविड-19 हो गया था। इस कारण से उनका प्रवास बढ़ गया। उन्होंने यह भी कहा, “मेरा सारा सामान उनके (बहन के) घर पर था और मुझे क्वारंटीन होना पड़ा।”
AAP के नेताओं से संपर्क में रहीं
मालीवाल ने स्पष्ट किया कि भले ही वह शारीरिक रूप से अमेरिका में थीं, लेकिन वह लगातार भारत में AAP के नेताओं के संपर्क में रहीं। उन्होंने कहा, “मैं ट्वीट कर रही थी और AAP नेताओं से बात कर रही थी। मैंने उस समय जो कुछ भी कर सकती थी, किया।”
राघव चड्ढा का उदाहरण
स्वाति मालीवाल ने यह भी दावा किया कि उनके साथ जो व्यवहार किया गया, वह राघव चड्ढा के साथ किए गए व्यवहार से “अलग” था। राघव चड्ढा गिरफ्तारी प्रकरण के दौरान आंख के ऑपरेशन के लिए यूनाइटेड किंगडम में थे और हाल ही में घर लौटे हैं। तब से, उन्होंने आप के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल के साथ विभिन्न चुनावी रैलियों में भाग लिया है। मालीवाल ने चड्ढा का नाम लिए बिना पूछा, “मैं वास्तव में यह समझना चाहती हूं कि मेरे साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया गया, जबकि लंदन में मौजूद दूसरे राज्यसभा सांसद का लाल कालीन स्वागत किया गया।”
13 मई की घटना
कथित हमले की घटना 13 मई को हुई थी। मालीवाल की पुलिस शिकायत में कहा गया है कि उस समय केजरीवाल अपने आवास पर थे। उन्होंने बताया कि केजरीवाल के निजी सहायक बिभव कुमार ने सीएम आवास पर उन पर “हमला” किया था।
निष्कर्ष
स्वाति मालीवाल ने स्पष्ट किया है कि वह अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के समय अमेरिका में क्यों थीं और उनके साथ किए गए व्यवहार के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर की। मालीवाल ने यह भी बताया कि वह लगातार पार्टी के संपर्क में थीं और जितना संभव हो सकता था, उन्होंने उतना योगदान दिया।
इस खुलासे से यह साफ हो गया है कि मालीवाल की अमेरिका यात्रा का मकसद निजी और पेशेवर दोनों था, और यह यात्रा परिस्थितियों के चलते लंबी खिंच गई।
Swati Maliwal:
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