Narendra Modi: नरेंद्र मोदी, भारत के प्रधानमंत्री, एक ऐसे नेता हैं जो अपने विचारों और दृष्टिकोणों को महत्वपूर्ण मानते हैं। उनकी निजी डायरी में महात्मा गांधी के उद्धारणों का संग्रह है, जो हमें उनके सिद्धांतों की महत्वपूर्णता को समझने में मदद करता है। इस लेख में, हम देखेंगे कि कैसे मोदी जी गांधी जी के विचारों को अपनाते हैं और उन्हें अपने नेतृत्व के साथ कैसे जोड़ते हैं।
- “मैं पूज्य बापू को उनकी पुण्य तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं”: नरेंद्र मोदी ने गांधी जी की पुण्यतिथि पर अपनी डायरी से कुछ उद्धारण साझा किए हैं, जो उनके समर्थन और आदर को दिखाते हैं। इससे स्पष्ट होता है कि मोदी जी गांधी जी की महत्वपूर्ण तिथियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके आदर्शों के प्रति उनकी गहरी श्रद्धांजलि है।
- “अहिंसा का मेरा लालच एक बेहद सक्रिय शक्ति है”: मोदी जी का यह उद्धारण दिखाता है कि उन्होंने गांधी जी के अहिंसा के सिद्धांत को अपनाया है। इससे साफ होता है कि उन्होंने अपने नेतृत्व में शांति और साहस का मूल्य बढ़ाया है, जो एक सकारात्मक समाज की दिशा में महत्वपूर्ण है।
- “अगर खून बहाया जाता है, तो इसे अपना होने दो”: इस उद्धारण से मोदी जी गांधी जी के उद्धारणों के माध्यम से यह सिखाते हैं कि विवादों को शांति से हल करना महत्वपूर्ण है। उनका यह दृष्टिकोण दिखाता है कि वे विवादों को समाधान करने के लिए सशक्त और सुगम मार्ग की प्राथमिकता देते हैं।
- “दुनिया में इंसान की ज़रूरतों के लिए पर्याप्तता है लेकिन इंसान के लालच के लिए नहीं”: मोदी जी का यह उद्धारण दिखाता है कि वे सामाजिक न्याय और समृद्धि की दिशा में काम करते हैं और इंसानियत के मूल्यों को महत्वपूर्ण मानते हैं। यह भी दिखाता है कि उन्होंने गांधी जी के विचारों को अपना बनाया है और सामाजिक न्याय की दिशा में कार्य कर रहे हैं।
समापन: नरेंद्र मोदी की निजी डायरी में गांधी जी के उद्धारणों का संग्रह, हमें यह दिखाता है कि वे एक सांविदानिक और समर्थ नेता हैं जो गांधीवादी दृष्टिकोण को अपना रहे हैं। इससे हमें यह सिखने को मिलता है कि गांधी जी के सिद्धांत आज भी हमारे राष्ट्र के नेतृत्व के साथ जुड़े हुए हैं और उनका महत्व बना रहता है।
Narendra Modi:
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