Saturday, September 21, 2024

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अमेरिकी अंतरिक्ष यान का सफलतापूर्वक चंद्रमा पर लैंडिंग: नए युग की शुरुआत

Moon Mission: विज्ञान और अंतरिक्ष अनुसंधान में एक नया कदम बढ़ता हुआ, यूनाइटेड लॉन्च अलायंस (United Launch Alliance) ने नए रॉकेट वल्कन सेंटौर का उपयोग करके सोमवार को अमेरिकी अंतरिक्ष यान को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। इस ऐतिहासिक क्षण के साथ, यह यान पहला अमेरिकी अंतरिक्ष यान बन गया है जो अधिक से अधिक चरणों में चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग का प्रयास करेगा।

इस यात्रा के मुख्य साधन, वल्कन सेंटौर, ने नई ऊँचाईयों को छूने का साहस किया। यह यान सुबह 2:18 बजे (0718 GMT) को फ्लोरिडा के केप कैनावेरल स्पेस फोर्स स्टेशन से लॉन्च हुआ और लगभग 48 मिनटों बाद सफलतापूर्वक चंद्रमा की सतह पर उतरने के लिए रवाना हो गया। इस लॉन्च के पीछे निजी उद्योग का बड़ा योगदान है, जो अंतरिक्ष अनुसंधान में नए मील के पथ पर कदम से उतरता है।

यूनाइटेड लॉन्च अलायंस के अध्यक्ष और सीईओ टोनी ब्रूनो ने नासा के लाइवस्ट्रीम पर लॉन्च की प्रशंसा की और इसे एक महत्वपूर्ण क्षण बताया। “मैं बहुत रोमांचित हूं। यह वर्षों की कड़ी मेहनत है। अब तक यह चंद्रमा पर वापस जाने का एक बेहद खूबसूरत मिशन रहा है,” उन्होंने कहा।

यह चंद्रमा मिशन, जिसे “पेरेग्रीन” कहा जाता है, 23 फरवरी को चंद्रमा के मध्य अक्षांश क्षेत्र को साइनस विस्कोसिटैटिस या स्टिकनेस की खाड़ी को छूने का लक्ष्य रखता है। इसमें नासा के पेलोड सूट का उपयोग किया जाएगा जिससे चंद्रमा पर पानी के अणुओं का पता लगाया जाएगा, लैंडर के चारों ओर विकिरण और गैसों को मापना होगा, और चंद्र बाह्यमंडल का मूल्यांकन किया जाएगा।

इस मिशन से हमें चंद्र सतह के साथ सौर विकिरण के संपर्क की समझ में सुधार होगा और इससे सौर मंडल के कुछ महत्वपूर्ण रहस्यों की खोज में मदद मिलेगी। यह एक बड़ी कदम है जो अमेरिकी कंपनियों को अंतरिक्ष अनुसंधान में शामिल होने का एक नया और अभिनव तरीका प्रदान करता है।

चंद्रमा में पानी के संबंध में जानकारी प्राप्त करने के लिए यह मिशन बहुत महत्वपूर्ण है और इससे हमें चंद्रमा की मिट्टी की संरचना, तापमान, और खनिजों के साथ जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी। इसमें शामिल उपकरणों में LETS (लीनियर एनर्जी ट्रांसफर स्पेक्ट्रोमीटर), एनआईआरवीएसएस (नियर-इन्फ्रारेड वोलेटाइल स्पेक्ट्रोमीटर सिस्टम), एनएसएस (न्यूट्रॉन स्पेक्ट्रोमीटर सिस्टम), पीआईटीएमएस (पेरेग्रीन आयन-ट्रैप मास स्पेक्ट्रोमीटर), और एलआरए (लेजर रेट्रोरिफ्लेक्टर एरे) शामिल हैं।

एस्ट्रोबोटिक के पेरेग्रीन वन लैंडर का सफलतापूर्वक चंद्रमा पर लैंड होना एक महत्वपूर्ण क्षण है, जो अंतरिक्ष अनुसंधान में नए उद्यान की शुरुआत करता है और विज्ञान में नए दरबारों को खोलता है।

Moon Mission:

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