Mahua Moitra: नई दिल्ली, 11 दिसम्बर 2023: भ्रष्टाचार के मुद्दे ने राजनीतिक गलियारे में नए समर्थन और विरोध के साथ सुश्री मोइत्रा को घेर लिया है, जब उन्हें व्यापारी दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है। यह घटना लोकसभा में हलचल मचा रही है और सुप्रीम कोर्ट में उठे जा रहे मामलों के चलते एक बड़े विवाद का केंद्र बन गई है।
रिश्वत और लॉग-इन विवरण का मामला:
सुश्री मोइत्रा को लोकसभा में सरकार की आलोचना करने के बजाय, उन पर स्वीकृत रिश्वत लेने के आरोप लगे हैं। विवाद का दौर उसके सरकार पर कठिनाइयों में डाल रहा है, जब एक व्यापारी ने बताया कि उन्होंने सुश्री मोइत्रा को ₹ 2 करोड़ नकद सहित रिश्वत दी है। इसके साथ ही, सुश्री मोइत्रा ने उससे लॉग-इन विवरण साझा करने का प्रयास किया है, जो संसदीय सवालों को सीधे पोस्ट करने के लिए किया गया था।
संसदीय आचार समिति की रिपोर्ट:
संसदीय आचार समिति ने एक विवादास्पद रिपोर्ट पेश की है, जिसमें सुश्री मोइत्रा के खिलाफ नैतिकता उल्लंघन के आरोप स्थापित किए गए हैं। रिपोर्ट में उल्लिखित है कि उन्होंने अवैध परितोषण स्वीकार किया और रिश्वत लेने का आरोप स्पष्ट रूप से स्थापित है।
लोकसभा में घमासान:
रिपोर्ट के पेश होने के बाद, लोकसभा में तीखी नोकझोंक शुरू हो गई। विपक्ष और सत्तारूढ़ भाजपा के बीच विवाद बढ़ गया और सुश्री मोइत्रा को नैतिकता उल्लंघन के आरोप में निष्कासित करने का निर्णय लिया गया है।
ममता बनर्जी की प्रतिक्रिया:
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सुश्री मोइत्रा के निष्कासन को “अस्वीकार्य” बताया और उन्होंने भाजपा को लक्ष्य बनाने की राजनीतिक योजना करने का आरोप लगाया है।
सीबीआई की जांच:
सीबीआई ने भी सुश्री मोइत्रा के खिलाफ आरोपों की जांच शुरू की है और मामले की सीधी जांच के लिए कदम उठाए गए हैं।
इस घटना का निर्णय न्यायिक प्रक्रिया के बाद होगा, लेकिन यह सामाजिक, राजनीतिक, और नैतिक परिवर्तन की बातें उत्पन्न कर सकती है। इस मुद्दे पर आगे होने वाली घटनाएं और निष्कर्षों का समर्थन या विरोध राजनीतिक सीने में और बढ़ा सकता है।
Mahua Moitra:
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