Indian Digital Revolution: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स के बीच हाल ही में हुई बातचीत ने भारतीय तकनीकी क्षमता और डिजिटल विकास के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण चर्चा को सामने लाया है। इस चर्चा में बिल गेट्स ने भारतीयों की प्रौद्योगिकी क्षमता और नेतृत्व की सराहना की, जबकि पीएम मोदी ने डिजिटल सरकार और एआई के महत्व को उजागर किया।
इस बातचीत का मुख्य उद्देश्य था भारतीय प्रौद्योगिकी क्षमता को बढ़ावा देने और विश्वस्तरीय डिजिटल प्रक्रियाओं में भागीदारी को बढ़ावा देना। बिल गेट्स ने भारतीयों के अद्वितीय योगदान की खोज की, जबकि पीएम मोदी ने डिजिटल सरकार के महत्व को बताया।
पीएम मोदी ने बताया कि भारत की ‘नमो ड्रोन दीदी’ योजना जैसी पहल के माध्यम से तकनीकी क्षमता को महिलाओं के बीच बढ़ावा देने के लिए कई प्रोग्राम आयोजित किए जा रहे हैं। इसके साथ ही, वे बताए कि एआई के उपयोग से भारत के हिंदी भाषण का तमिल में अनुवाद कैसे किया जा रहा है।
बिल गेट्स ने भी भारत को उसके डिजिटल नवाचार और नेतृत्व की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत न केवल प्रौद्योगिकी को अपना रहा है, बल्कि उसने इसमें नेतृत्व भी दिखाया है।
इस चर्चा ने दिखाया कि भारत डिजिटल क्षमता और नेतृत्व क्षमता में मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है। यह एक सकारात्मक संकेत है कि भारत ग्लोबल तकनीकी समुदाय में अपनी भूमिका और योगदान को बढ़ावा देने के लिए तैयार है।
इस प्रकार, पीएम मोदी और बिल गेट्स के बीच की चर्चा ने भारतीय डिजिटल क्रांति के मामले में एक नई दिशा देखने को मिली है और इससे भारत की तकनीकी उन्नति में वृद्धि की उम्मीद की जा सकती है।
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