Hit and Run: सरकार के वाहन मंत्री नितिन गडकरी ने अभी कुछ समय पहले एक बिल पास किया जिसका नाम हिट एंड रन है इस बिल का यहाँ मतलब है कि अगर कोई इंसान एक्सीडेंट करता है ओर वहाँ से भागता है तो उसको 10 साल की सजा ओर 7से 10 लाख का जुर्माना भी देना होगा,
इस बिल को सुनते ही लोग रास्ते पे उत्तर गए ओर धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया,
इस बिल को इंसान ने गलत तरीके से समझा और सच मान लिया ,इंसान का सोचना है कि अगर ये बिल आया तो रोज छोटे मोटे एक्सीडेंट होते है तो इस तरहा से हर दिन कोई ना कोई निर्दोष ड्राइवर जेल जाए गा ओर खाने के लिए तो पैसा कमा नही पा रहा है तो ये जुर्माना कैसे भरे गया, दिक्कते कम होने की बजाए बढ़ रही है ,उनका सोचना भी ठीक है।
लेकिन इस बिल को अगर अछि नजर से देखा जाए तो अच्छा ही है और ये हर किसी के ऊपर लागू नही होता है कहने का मतलब है अगर सिटी में अस्वीडेन्ट होगया तो हर जगह तो कैमरे लगे होते और पुलिस होती है जहाँ इन्फॉर्म कर सकते है और असली गटना का पता लगाया जा सकता है ,ओर आप बच सकते है,ओर इन्फॉर्म करके उसकी मदद भी होजाएगी
लेकिन आप थोड़ा सा मानिए की अगर आप रात को कही जा रहे है या तो घर आ रहे है उसी बीच आपका एक्सीडेंट होजाता है और गलती भी आपकी ही है ड्राइवर निर्दोष है लेकिन वो आपको हॉस्पिटल पहुचाये बीने या घर वालो को इन्फॉर्म करे बिना या पुलिस वालों को खबर किये बिना वहाँ से भाग गया ,तो ये तो गलत ही है ना क्योंकि अपने उसको देखा और बिना बताए वहाँ से भाग गए तो ये तो एक अप्राद में ही आता है ,ओर जिसका एक्सीडेंट हुआ है उसका परिवार भी रात भर टेंशन में है कि क्या हुआ और क्यों घर नही आए, तो ये सब करके जो भागेगा तो उनके लिए ये कानून सही है बहुत जरूरी भी है
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