Amit Shah: भारत में राजनीतिक महामारी के बीच, जब आम चुनाव कुछ हफ्तों में हैं, वहां एक और विवाद उभरा है – सीएए, यानी नागरिकता संशोधन कानून पर। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में एक घोषणा की, जिसमें उन्होंने कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार कभी भी सीएए को वापस नहीं ले सकती है।
सीएए को लेकर विपक्षी दलों की आलोचना और संदेह को लेकर उनके द्वारा जताई गई चिंताओं के बारे में चर्चा करते हुए, अमित शाह ने विपक्ष के निशाने पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा का उद्देश्य सीएए के माध्यम से राजनीतिक लाभ हासिल करना नहीं है, बल्कि यह एक मानवीय और समान दृष्टिकोण का प्रयास है।
सीएए का मुद्दा अब सिर्फ राजनीतिक बहस का हिस्सा नहीं है, बल्कि यह देश की अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है। इसे बेहद ध्यान से समझना और उसकी महत्वता को सार्वजनिक स्तर पर स्पष्ट करना आवश्यक है।
भारतीय नागरिकता को सुनिश्चित करने का अधिकार हमारा संप्रभु अधिकार है। यह न केवल देश की सुरक्षा और संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे लोगों को उनकी विशेषता और अहमियत का भाव भी मिलता है। भारत सरकार का कर्तव्य है कि वह नागरिकता को रक्षा और सुरक्षा के लिए प्राथमिकता दे।
सीएए को लेकर विपक्ष की आलोचना करने वाले दलों को अमित शाह ने कड़ाई से काटकर बताया कि उनका उद्देश्य सिर्फ राजनीतिक गेम नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि सीएए एक सम्मानजनक और आधिकारिक नियम है, और इसे अब औपचारिकता के रूप में स्वीकार किया जाना चाहिए।
भारतीय राजनीति के इस संदर्भ में, सीएए नागरिकता कानून के तौर पर एक महत्वपूर्ण कदम है, जो देश की अखंडता और सुरक्षा को बढ़ावा देने का प्रयास कर रहा है। इसलिए, इसे समझने और समर्थन देने की जरूरत है, ताकि हम एक सशक्त और समृद्ध भारत की दिशा में अग्रसर हो सकें।
कन्क्लूजन:
सीएए या नागरिकता संशोधन कानून एक महत्वपूर्ण कदम है जो भारतीय नागरिकों के सुरक्षा और सुरक्षा को सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहा है। इसे वापस लेने के बजाय, हमें इसे समर्थन देना चाहिए, ताकि हम एक सशक्त और समृद्ध भारत की दिशा में अग्रसर हो सकें। विपक्ष की राजनीतिक खिल्लीखोरी को छोड़कर, हमें सभी मिलकर देश के हित में काम करना चाहिए।
Amit Shah:
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