Farmer protest: किसान विरोध प्रदर्शन ने दिल्ली की शंभू बॉर्डर पर बड़ा तनाव और उथल-पुथल मचा दी है। दिल्ली में किसानों के मार्च के चलते सुरक्षा के लिए कई सड़कों पर बैरिकेड लगा दिए गए हैं। सीमाओं पर भी पुलिस और सुरक्षा बलों की भारी तैनाती की गई है।
किसानों के मार्च के चलते दिल्ली मेट्रो ने कुछ स्टेशनों के गेटों को कई घंटों के लिए बंद कर दिया था। लेकिन अब यह उन्हें बंधने में सक्षम नहीं है।
किसानों का मुख्य मांगों में न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी, कर्ज माफी, पेंशन योजना, विद्युत संशोधन विधेयक 2020 को अस्वीकार, भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 को पुनः लागू करना, लखीमपुर खीरी हत्याओं के लिए न्याय, मनरेगा के तहत रोजगार और मजदूरी, और मृत किसानों के परिवार को मुआवजा जैसे मामले शामिल हैं।
पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े हैं और शंभू सीमा पर भी इस्तेमाल किया गया है। इसके अलावा, सीसीटीवी कैमरों को लगाकर किसानों के कानून तोड़ने की कोशिशों को रोकने का प्रयास किया गया है।
कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने सरकार की कार्रवाई की निंदा की है और कहा है कि किसानों की मांगों को ध्यान में रखा जाए।
इसके बावजूद, शिअद ने अपने समर्थन में पंजाब बचाओ यात्रा को स्थगित कर दिया है, जो हरियाणा के शंभू और खनौरी सीमाओं पर ध्यान केंद्रित कर रही थी।
इस समय किसान विरोध प्रदर्शन की स्थिति तनावपूर्ण है और सरकार और किसानों के बीच बातचीत की आवश्यकता है ताकि मुद्दों का समाधान हो सके।
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